मैं और मेरी तनहाई
अक्सर ये बातें करते हैं
तुम होती तो कैसा होता?
तुम ये कहती तुम वो कहती
तुम इस बात पे हैरान होती
तुम इस बात पे कितनी हंसती
तुम होती तो ऐसा होता
तुम होती तो वैसा होता
मैं और मेरी तनहाई ....
Posted by विनोद at 4:29 pm
Labels: ग़ज़ल, फिल्मी गीत, शायरी
No comments:
Post a Comment